रथ केर पहिया प्राण बैन टुटल अइ नयन प्रतीक्षारत बिछायल जाल खोइल दिय अहा केर भाव मे हम बुन्द बुन्द भिजलौ ओहि भाव बिभोर स मुक्त क दिय हमरा किछ कह लेल अनुमती दिय बस अनुमती दिय किछो देखबाक लेल इजोरिया राइत मे चेहरा चान्द सन हम सजौने रहि मुदा ओहि मे नुकायल अन्हरिया छिपल काजर सन कारी राइत तकरा फेर स अहा लग बखान कर दिय हमरा .... बस अनुमती दिय जिवनक अहि भवर मे रणेवने हम अकेले भटकलौ अहा केर नाम अहा केर शृङ्गार जीवन भैर कोमल हाथ स उठेलौ हम अहि ठोकर मार्ग स अन्जान रहि ओहि बितल मार्ग के उघार कर दिय हमरा... बस अनुमती दिय रचना: प्रतिभा झा
Public Debt Management सार्बजनिक ऋण ब्यबस्थापन
Public Debt Management refers to the loans raised by the government from within or outside the country.Every Government has to borrow when it's expenditure exceeds it's revenue. The borrowing and taking its loan by government is known as public debt.
सरकारले देशभित्र अथवा बाहिरबाट प्राप्त गर्ने ऋणलाई सार्वजनिक ऋण ऋण भनिन्छ। यो सरकारको लागि आयस्रोत हो।
Purpose/Need of Public Debt सार्वजनिक ऋणको जरुरी /उदेस्य
- Defict Budget [बजेट घटा पूरा गर्न ]
- Finance war[वित्तीय मंदिको सामना गैर्न ]
- Economic Development[ आर्थिक विकाश ]
- Natural Clamities[ प्राकृतिक प्रकोप ]
- To invest in Production sector[उत्पादनमूलक क्षेत्रमा लगानी गर्न ]
- To control Inflation[ मुद्रास्फीति नियंत्रण गर्न ]
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